
थाने पहुंची लापता किशोरी, किया दुष्कर्म और मानव तस्करी का बड़ा खुलासा
हैदर अली संचार टाइम्स ब्यूरो रोहतास

थाना क्षेत्र के एक गांव से बहला फुसला के बेची गई किशोरी दरिंदो के प्रताड़ना से तंग आकर थाने भाग कर आई और अपनी आप बीती सुनाई। किशोरी के बयान पर हरकत में आई पुलिस ने किशोरियों को बहला फुसला कर बेचने वाले गिरोह का फंडा फोड़ किया। पुलिस ने महिला समेत दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है और किशोरी को न्यायालय में बयान कराने के पश्चात स्वजनों को सौंप दिया है। उक्त युवती को बहला फुसला कर गत दो मार्च को गायब कर दिया गया था जिसको ले स्थानीय थाने में मार्च महीने में ही किशोरी के स्वजनों ने उसके गायब होने की प्राथमिकी कराया था।
पुलिस ने कांड संख्या 76/25 अंकित कर कार्रवाई कर ही रही थी कि गत शुक्रवार को गायब हुई किशोरी अचानक भाग कर थाने में शरण लिया। गायब किशोरी जिराखन बीघा गांव निवासी लाल बाबू सिंह की विधिविरुद्ध किशोरी ने बताया कि वह और उसकी मौना निवासी सहेली अंजली कुमारी पिपरडीह मध्य विद्यालय में पढ़ाई क़रतीं थी। उसी क्रम में अंजली और उसकी मां ने बहला फुसलाकर स्कूल से ही रोहतास प्रखण्ड के केलाड़ाह गांव अपने मामा के यहां ले गई जहां दस दिनों तक उसे रखा, उसके बाद वहां से मौसी के यहां नौहट्टा ले गई जहां एक सप्ताह रखा। ततपश्चात डेहरी रेलवे स्टेशन पर जककी बीघा निवासी रजिया खातून के हाथों बेच दिया। रजिया के दो पुत्र थे बेलाल अंसारी और सूरज उर्फ शहजाद अंसारी वह खरीदी गई किशोरी को यह झांसा देकर रखी थी वह उसके छोटे पुत्र सूरज उर्फ शहजाद अंसारी के साथ उसका विवाह करेगी।
सूरज उसके साथ प्रेम करने का नाटक करता था। उक्त किशोरी को तीनों मां पुत्र डेहरी के विभिन्न होटलों एवं अन्य स्थानों पर बेहोशी का टेबलेट खिलाकर देह वयापार, दुष्कर्म जैसा जघन अपराध कराते थे। उसी क्रम में किशोरी उनके कुकृत्य से तंग आकर किसी प्रकार किसी से बस भाड़े का व्यवस्था कर नासरीगंज थाने भाग आई। इस सम्बंध में अपर थानाध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि उक्त संगीन अपराध को ले किशोरी के बयान पर डेहरी नगर थाने की जककी बीघा निवासी रजिया खातून, उसके दोनों पुत्र बेलाल अंसारी, व सूरज उर्फ शहजाद, मौना निवासी किशोरी की सहेली नासरीगंज थाना क्षेत्र के मौना निवासी अंजली कुमारी, व उसकी मां उमता देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। वहीं किशोरी का न्यायालय में बयान करा स्वजनों के सपुर्द कर दिया गया है। किशोरी की चिकित्सकीय जांच में दुष्कर्म जैसे जघन अपराध कराए जाने की पुष्टि हुई है। किशोरी अभी इलाजरत बताई जाती है।
किशोरी के स्वजन उसे स्वीकार करने से किया था इनकार:- किशोरी के पिता अन्यत्र रहकर मेहनत मजदूरी करते हैं, उसकी मां उसके गायब होने के बाद रोरो कर बुरा हाल था, लेकिन वह भी दिल पर पत्थर रख अब भूल ही चुकी थी, लेकिन बेटी की जुदाई का दर्द उसे सता रहा था। अचानक उसके मिलने की खबर से खुशी तो हुई लेकिन समाज को क्या मुंह दिखाएगी इस लोक लज्जा से उसने अपनी पुत्री को स्वीकार करने से पहले तो इनकार कर दिया था। प्रशासन के समझाने बुझाने के बाद उसे वह अंत में स्वीकार की तो बिछड़ी मां बेटी लिपट कर रोने लगी। खबर लिखे जाने तक स्थानीय पुलिस प्रशासन के सहयोग से उसका इलाज कराया जा रहा है। थानाध्यक्ष अविनाश कुमार ने बताया कि अभिभावक अपने बच्चों पर ध्यान रखें। उन्हें इतना ही स्वतंत्रता प्रदान करें कि वह नियंत्रण में रहे। थानाध्यक्ष क्षेत्र के सभी रेड लाइट क्षेत्रों और होटल, रेस्टॉरेंट, ढाबा की सघन जांच की जाएगी और संदिग्ध लोगों पर कठोर कारवाई की जायेगी।
