लोहरदगा : लोहरदगा जिले के कैरो प्रखंड क्षेत्र में एक भी स्टेडियम नहीं होने के कारण खिलाड़ी उत्कृष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं।
खिलाड़ियों के लिए खेल स्टेडियम विगत 20 वर्षों से महज एक सपना बनकर रह गया है। खिलाड़ियों के लिए एक भी खेल मैदान नहीं होने के कारण वे खेत-खलिहानों में मैदान बनाकर खेल का अभ्यास करते हैं।
स्टेडियम के अभाव में तेजस्वी खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन के लिए अभ्यास नहीं कर पाते हैं। सरकार भले ही खेल को बढ़ावा देने की बात करती हो, पर खिलाड़ियों को मैदान ही नहीं मिलेगा तो खेल का विकास कैसे होगा?
कैरो प्रखंड क्षेत्र के खिलाड़ियों के लिए स्टेडियम निर्माण महज एक सपना बना हुआ है। क्षेत्र के लोग स्टेडियम निर्माण का सपना विगत 20 वर्षों से देख रहे हैं।
आज तक सांसद-विधायक व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिसके कारण स्थानीय खिलाड़ी अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित नहीं कर पा रहे हैं।
खेल स्टेडियम नहीं होने के कारण प्रखंड में कोई बड़े खेल का आयोजन भी नहीं हो पाता है। विगत कई वर्षों से स्थानीय ग्रामीणों को जनप्रतिनिधि व प्रशासन द्वारा कैरो में मिनी स्टेडियम बनाने का सिर्फ आश्वासन मिल रहा है।
हालांकि, धरातल पर योजना अभी तक नहीं उतर पाई है। स्टेडियम निर्माण को लेकर जिले के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा तीन बार स्थल का निरीक्षण किया गया। फिर भी अभी तक आगे की प्रक्रिया नहीं अपनाई गई है।
क्षेत्र की जनता को काफी उम्मीद थी कि स्टेडियम निर्माण होगा, जिससे क्षेत्र के खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। यह उम्मीद अब पूरी तरह टूटती नजर आ रही है।
प्रखंड क्षेत्र में एक भी स्टेडियम नहीं होने के कारण खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का मौका नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण खिलाड़ियों को खेल का प्रदर्शन व अभ्यास करने का उचित स्थान नहीं मिलता है।
खिलाड़ी जहां-तहां अभ्यास करने को मजबूर रहते हैं। राज्य स्तर पर खेल चुके फुटबॉल खिलाड़ी आशीष भगत का कहना है कि कैरो प्रखंड में स्टेडियम नहीं होने कारण खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पा रहा है।
अगर एक स्टेडियम का निर्माण हो जाए तो खिलाड़ियों का आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। वहीं फुटबाल खिलाड़ी बिक्रम भगत का कहना है कि प्रखंड में खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए एक स्टेडियम का निर्माण अति आवश्यक है।