crossorigin="anonymous"> कॉफी या झपकी से नहीं होती नींद में कमी की भरपाई - Sanchar Times

कॉफी या झपकी से नहीं होती नींद में कमी की भरपाई

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नींद की अहमियत से इनकार नहीं किया जा सकता। रात भर गहरी नींद लेने के बाद हरेक को अच्छा महसूस होता है और नहीं सोने से शरीर और दिमाग दोनों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। तो नींद की कमी की भरपाई के लिए क्या किया जा सकता है? या यूं कहें कि आप कम सोकर भी कैसे अपना बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं? नींद से याददाश्त को होने वाले लाभों का अध्ययन करने वाले मनोवैज्ञानिकों की यह जानने में भी रुचि रहती है कि पर्याप्त नींद नहीं लेने से याददाश्त एवं काम पर क्या प्रभाव पड़ता है। मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी की स्लीप एंड लर्निंग लैब के छात्र यह देखना चाहते थे कि नींद के अभाव के नकारात्मक प्रभावों को कैसे दूर किया जा सकता है।
इसका एक सरल जवाब मिला: नींद का कोई विकल्प नहीं है। पर्याप्त नींद नहीं लेने से दिमाग के काम करने की क्षमता पर असर पड़ता है।
वैज्ञानिक कई वर्षों से यह बात जानते हैं कि पर्याप्त नींद नहीं लेने से ध्यान केंद्रित करने की क्षमता कम होती है। जब प्रतिभागियों को एक कम्प्यूटर स्क्रीन पर देखने और लाल ¨बदु आते ही एक बटन दबाने का सरल सा काम दिया गया, जो उन लोगों को इस काम पर ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत आई, जिन्होंने पर्याप्त नींद नहीं ली थी।
कुछ प्रतिभागियों को घर जाकर सोने और कुछ प्रतिभागियों को प्रयोगशाला में पूरी रात जागने को कहा गया। हमने पाया कि पर्याप्त नींद नहीं लेने से न केवल ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत हुई, बल्कि इससे एक निश्चित क्रम में किए जाने वाले कायरें को करने में (प्लेसकी¨पग) भी अधिक गलतियां हुईं।
क्या कॉफी हो सकती है नींद का विकल्प?
इसके बाद, नींद की कमी की भरपाई के विभिन्न तरीकों को लेकर परीक्षण किये गए। यदि आपने पिछली रात पर्याप्त नींद नहीं ली, तो आप क्या करेंगे? कई लोग कॉफी या कोई ‘एनर्जी डिं्रक’ (ऊर्जा बढ़ाने वाले पेय पदार्थ) पीना चाहेंगे।
यह पाया गया कि कैफीन ने पर्याप्त नींद नहीं लेने वाले प्रतिभागियों की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में इतना सुधार किया कि उनका प्रदर्शन पूरी रात सोने वाले लोगों के समान रहा। इसके अलावा पूरी रात सोने वाले लोगों को कैफीन देने पर उनके भी प्रदर्शन में सुधार हुआ। यानी कैफीन ने न सोने वालों को ही नहीं, बल्कि सभी की एकाग्रता बढ़ाने में मदद की।
यह पाया गया कि कैफीन एक निश्चित क्रम में किए जाने वाले कायरें को करने में होने वाली त्रुटियों को कम करने में मददगार नहीं रही। इसका अर्थ यह है कि यदि आपने पर्याप्त नींद नहीं ली है, तो कॉफी आपको जागे रहने और कैंडी क्रश खेलने में मदद कर सकती है, लेकिन यह आपको बीजगणित की परीक्षा उत्तीर्ण करने में मदद नहीं कर सकती।
क्या नींद की कमी की भरपाई झपकी से की जा सकती है?
निस्संदेह, नींद की कमी की भरपाई के लिए कैफीन एक कृत्रिम तरीका है। देखा गया है कि नींद का विकल्प संभवत: नींद ही हो सकती है। सभी ने सुना होगा कि दिन में झपकी लेने से ऊर्जा और प्रदर्शन में सुधार हो सकता है। ऐसे में, यह सोचना तार्किक है कि रात में भी पर्याप्त नींद के बजाय इसी प्रकार झपकी लेना मददगार हो सकता है।
कुछ प्रतिभागियों को रात भर जागने के बाद सुबह चार बजे से सुबह छह बजे तक आधे या एक घंटे झपकी लेने का मौका दिया गया। यहे पाया गया कि ऐसा करने वाले प्रतिभागियों की क्षमता में कोई सुधार नहीं हुआ।
पर्याप्त नींद लीजिए
कैफीन आपको जागते रहने और अधिक सतर्क महसूस करने में मदद कर सकती है, लेकिन यह जटिल कायरें को करने में आपकी संभवत: मदद नहीं करेगी। पर्याप्त नींद न ले पाने पर कुछ देर की झपकी से आप बेहतर तो महसूस कर सकते है, लेकिन इससे आपके प्रदर्शन में सुधार संभवत: नहीं होगा।संक्षेप में, पर्याप्त नींद आपके मन एवं मस्तिष्क के लिए आवश्यक है और इसका कोई विकल्प नहीं है।


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