लांबा को कांग्रेस ने मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ उम्मीदवार के रूप में उतारा है
ST.News Delhi : कांग्रेस नेता अलका लांबा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कालकाजी से अपनी उम्मीदवारी पर बड़ा बयान दिया है। लांबा को पार्टी ने मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ उम्मीदवार के रूप में उतारा है। उन्होंने कहा कि 2015 और 2020 के चुनाव एक लहर की तरह थे, जब आम आदमी पार्टी (आप) को दिल्ली में इतनी सीटें मिलीं, जितनी कभी किसी अन्य पार्टी को नहीं मिल पाई। लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि इसके बावजूद, दिल्ली की हवा आज जहरीली हो चुकी है और हमें अस्थायी नहीं, बल्कि स्थायी समाधान की आवश्यकता है।
लांबा ने भाजपा और आप दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि इन पार्टियों के पास सिर्फ अस्थायी समाधान हैं, क्योंकि उनका मुख्यमंत्री भी अस्थायी है। उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में अब एक सत्ता विरोधी लहर है और कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र स्थायी विकल्प है।
इसके साथ ही, लांबा ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी ने दिल्ली को तीन अस्थायी मुख्यमंत्री दिए, जबकि कांग्रेस ने पहली स्थायी मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को दिया। उन्होंने बताया कि शीला दीक्षित के कार्यकाल में दिल्ली में मेट्रो और फ्लाईओवर बने, जो आज दिल्ली की प्रमुख पहचान हैं।
कांग्रेस नेता ने अरविंद केजरीवाल पर भी हमला करते हुए दावा किया कि वे कभी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे, क्योंकि कोर्ट ने उन्हें कागजात पर हस्ताक्षर करने से रोक दिया है और यह प्रतिबंध अभी भी लागू है।
लांबा ने आगे कहा कि कांग्रेस ने कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में महिलाओं को लाभ दिया है, जैसे मुफ्त बस यात्रा और 2000-2500 रुपये की सहायता, जो सीधे उनके बैंक खातों में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी बैंक पासबुक के साथ आएंगी और दिखाएंगी कि कांग्रेस सरकारें उन्हें लाभ दे रही हैं।
अलका लांबा ने कहा कि कांग्रेस एक 140 साल पुरानी पार्टी है, जो सत्ता में रही है और विपक्ष में भी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर शीला दीक्षित ने फ्लाईओवर नहीं बनाए होते तो दिल्ली में आज भारी ट्रैफिक जाम होते और लोग जहरीली हवा में सांस ले रहे होते। लांबा ने चेतावनी दी कि अगर इस प्रदूषण को रोका नहीं गया, तो एक महामारी का खतरा पैदा हो सकता है, और कांग्रेस के पास दिल्ली में प्रदूषण से लड़ने के लिए एक रोडमैप है।