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दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर अरविंद केजरीवाल की बैठक, पार्टी का ध्यान केवल दिल्ली पर

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ST.News Desk : दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल आज पार्टी के नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेंगे। यह बैठक शाम 5 बजे दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में होगी। पार्टी के भीतर की रणनीति के अनुसार, आम आदमी पार्टी झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाग नहीं लेने का निर्णय ले रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि पार्टी चाहती है कि वह दिल्ली चुनावों पर ध्यान केंद्रित करे, ताकि भाजपा विरोधी वोट बंटने से बचा जा सके।

सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी अपने इंडिया ब्लॉक को मजबूत करने पर जोर दे रही है। हालांकि, महाराष्ट्र में संगठनात्मक विस्तार के लिए आप इकाई चुनाव में जाने की योजना बना रही है, लेकिन पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से इसकी सहमति मिलने की संभावना कम है। सूत्रों ने कहा, “हमारा मुख्य ध्यान दिल्ली पर है और हम महाराष्ट्र में मतदाताओं के मन में भ्रम पैदा नहीं करना चाहते।”

इसी बीच, अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पार्टी मुख्यालय में ‘जन संपर्क अभियान’ की शुरुआत की। इस अभियान के तहत, उन्होंने वादा किया है कि वह दिल्लीवासियों के हर सवाल का व्यक्तिगत जवाब देंगे। केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली की जनता के मन में कई सवाल हैं, जैसे मैं जेल क्यों गया? इन सभी सवालों का जवाब देने के लिए मैंने दिल्लीवासियों को एक पत्र लिखा है।” यह पत्र आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता 29 अक्टूबर तक दिल्ली के हर घर तक पहुंचाएंगे।

दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत में होने की संभावना है। 2020 के विधानसभा चुनाव में, आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीती थीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने सिर्फ आठ सीटें हासिल की थीं। केजरीवाल ने इससे पहले हरियाणा चुनाव नतीजों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सबसे बड़ा सबक यह है कि कभी भी अति आत्मविश्वास में नहीं रहना चाहिए। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया।

आप की रणनीति इस बार स्पष्ट है—वह केवल दिल्ली में चुनावी मुकाबले पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है, जबकि अन्य राज्यों में चुनावी गतिविधियों से दूर रहना चाहती है। पार्टी का लक्ष्य है कि दिल्ली में भाजपा विरोधी मतदाता एकजुट रहें, जिससे चुनावी परिणाम में सकारात्मक बदलाव हो सके।

आम आदमी पार्टी की इस बैठक और ‘जन संपर्क अभियान’ का उद्देश्य न केवल पार्टी की स्थिति को मजबूत करना है, बल्कि मतदाताओं के बीच संवाद और विश्वास को भी बढ़ाना है। केजरीवाल के व्यक्तिगत पत्रों के माध्यम से जनता के सवालों का जवाब देने का प्रयास पार्टी की चुनावी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिससे वे एक सकारात्मक और जवाबदेह छवि प्रस्तुत कर सकें।

अब देखना होगा कि आम आदमी पार्टी अपनी इस रणनीति में कितनी सफल होती है और क्या वे आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति को और मजबूत कर पाते हैं।


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