दिल्ली में जल संकट को लेकर राजनीति जारी है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार को कहा कि दिल्ली के कैबिनेट मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में जल संकट को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आग्रह किया है। एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, दिल्ली के कैबिनेट मंत्रियों ने कहा कि सुश्री आतिशी का अनिश्चितकालीन अनशन चौथे दिन में प्रवेश कर गया है और उनका स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। मंत्रियों ने जंगपुरा के भोगल में भूख हड़ताल स्थल पर एक बैठक की, जहां उन्होंने इस मुद्दे के समाधान के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखने का फैसला किया।
वहीं, भाजपा इसको लेकर आज पर पलटवार कर रही है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता धरना खत्म करने के लिए बहाने ढूंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें लीकेज सिस्टम ठीक करने जाना चाहिए। आप के नेता टैंकर माफिया पर एक शब्द भी नहीं बोलते। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आप सरकार के भ्रष्टाचार के कारण दिल्ली में पानी की कमी है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी अपने ही बुने अनिश्चितकालीन सत्याग्रह के जाल में फंस गई है और आज एयरकंडीशन सत्याग्रह स्थल पर हुई मंत्री बैठक से साफ है की अब यह लोग अनिश्चितकालीन सत्याग्रह को खत्म करने के बहाने ढूंढ रहे हैं।
सचदेवा ने कहा है की आज मंत्री सौरभ भारद्वाज ने एक नई कहानी सुनाई है की 1050 एम.जी.डी. पानी तो सिर्फ 1 करोड़ लोगों के लिए है जबकि दिल्ली की आबादी 3 करोड़ है। दिल्ली की जनता सौरभ भारद्वाज से पूछना चाहती है की इतने दिन से उनकी सरकार किस आधार पर कह रही थी की दिल्ली में केवल 100 एम.जी.डी. की समस्या है और केवल 28 लाख लोग ही परेशान हैं। सचदेवा ने कहा है की दिल्ली में यमुना नदी से सीधा नही बल्कि कैनाल से पानी आता है जो नियमित पानी आ रहा है। जहाँ तक वजीराबाद में यमुना में पानी ना रूकने का प्रश्न है उसका मूल कारण है की यमुना गाद से पटी है, वजीराबाद के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के तालाब में भी 95% गाद है जिस कारण वहाँ पानी रूकता नही और आगे बह जाता है।