
विनिर्माण क्षेत्र में 9.1% की तेज बढ़त, PM मोदी ने कहा- लोगों की मेहनत और सुधारों का परिणाम
ST.News Desk

सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार जुलाई–सितंबर 2025 तिमाही में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) वृद्धि दर 8.2% रही, जो पिछले छह तिमाहियों में सबसे अधिक है। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह वृद्धि दर 5.6% थी। विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी दर में कटौती से उपभोग बढ़ने की उम्मीद में विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन तेज हुआ, जिसका GDP पर सकारात्मक असर पड़ा।
PM मोदी की प्रतिक्रिया
मजबूत GDP आंकड़ों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे “लोगों की मेहनत, उद्यमशीलता और विकास-समर्थक नीतियों का परिणाम” बताया। उन्होंने कहा कि सरकार सुधारों को आगे बढ़ाते हुए नागरिकों के जीवन में सुगमता को और मजबूत करेगी।
विनिर्माण क्षेत्र ने पकड़ी रफ्तार
भारतीय अर्थव्यवस्था में लगभग 14% हिस्सेदारी वाले विनिर्माण क्षेत्र में इस तिमाही में 9.1% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह मात्र 2.2% थी।
राजकोषीय घाटा बढ़कर 8.25 लाख करोड़ रुपये
अप्रैल से अक्टूबर 2025 के बीच भारत का राजकोषीय घाटा 8.25 लाख करोड़ रुपये रहा, जो वार्षिक लक्ष्य के 52.6% के बराबर है। यह पिछले वर्ष की इसी अवधि के 46.5% से अधिक है। सरकार का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष में राजकोषीय घाटा GDP के 4.4% तक सीमित रखना है।
औद्योगिक उत्पादन (IIP) का आंकड़ा अब 1 दिसंबर को
अक्तूबर 2025 के औद्योगिक उत्पादन (IIP) आंकड़े अब 1 दिसंबर 2025 को शाम 4 बजे जारी किए जाएंगे। जीडीपी के त्रैमासिक अनुमान और IIP रिलीज को एकसाथ जारी करने के कारण तारीख बदली गई है।

