मिलर्स एसोसिएशन की बैठक में फैसला, लीज होल्ड कानून में बदलाव की उठाई मांग
प्रदीप कुमार सिंह
लखनऊ ब्यूरो (sanchartimes.news) : उत्तर प्रदेश देश में गेहूं उत्पादन में पहले स्थान पर है, और अब यह गेहूं आधारित प्रसंस्कृत उद्योगों में भी अग्रणी बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
राज्य सरकार ने लखनऊ में पांच एकड़ जमीन पर देश का दूसरा और उत्तर भारत का पहला सेन्ट्रल मिलिंग टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट स्थापित करने की योजना बनाई है। इस संस्थान से प्रशिक्षित कामगारों की मांग न केवल भारत में, बल्कि यूरोपीय और मध्य पूर्व देशों में भी होगी। उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि यह पहल मिलिंग उद्योग में मील का पत्थर साबित होगी।रोलर फ्लोर मिलर्स एसोसिएशन की 61वीं वार्षिक साधारण सभा में खन्ना ने बताया कि योगी सरकार उद्यमियों के विकास के लिए निरंतर प्रयास कर रही है, जिससे नए उद्योग स्थापित हो रहे हैं और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल रहा है।
मुख्य अतिथि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश की योगी सरकार उद्यमियों के विकास व उद्योग जगत के निरंतर बेहतरी के लिए कार्य कर रही है, जिसका परिणाम अब हमें जमीन पर स्पष्ट रुप से देखने को मिल रहा है। आज अपने उत्तर प्रदेश में नित नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो रही है, जिससे न केवल अपना उत्तर प्रदेश विकास के मार्ग पर तीव्र गति से बढ़ रहा है। अपितु किसानों को उनकी ऊपज का उचित मूल्य भी प्राप्त हो रहा है साथ ही रोज़गार के अनेक नए अवसर भी सृजित हो रहे हैं। वो दिन दूर नहीं जब हमारा उत्तर प्रदेश देश में एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी वाला प्रथम प्रदेश बनेगा।
विशिष्ट अतिथि प्रमुख सचिव मनोज सिंह ने कहा आज सरकार की मंशा प्रदेश में स्थापित उद्योगों के सफल संचालन व नए उद्योगों को स्थापित करने में आने वाली समस्त बाधाओं को सहज रुप में दूर कर एक अच्छा औद्योगिक माहौल विकसित करना है, जिससे न केवल उत्तर प्रदेश के उद्यमी अपितु अन्य राज्यों के उद्यमी भी अपनी औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने के लिए उत्साहित हैं। संगठन के अध्यक्ष धर्मेन्द्र जैन ने कहा कि अब प्रदेश के समस्त उद्यमी भय रहित वातावरण में स्वछंद रुप से अपने उद्योग का संचालन करते हुए न केवल प्रदेश के विकास में अपना अंशदान दे रहे है बल्कि रोजगार के नए अवसर सृजित करके हुए अनेक कामगारों को नौकरी भी प्रदान कर रहे हैं।
उपाध्यक्ष दीपक बजाज ने कहा कि रोलर फ्लोर मिलिंग उद्योग किसानों व आम उपभोक्ता से प्रत्यक्ष रुप से जुड़ा ऐसा उद्योग है जो कि हमारे अन्नदाता किसानों को उनकी ऊपज का सर्वश्रेष्ठ मूल्य देकर उनकी आय में बढ़ोतरी करते हुए संबल प्रदान करता है। साथ ही आम उपभोक्ता के दैनिक उपभोग की खाद्य पदार्थ आटा, मैदा, सूजी को लोकहित में न्यूनतम लाभ के साथ बाजार में बेचता हैं। आज अपना उत्तर प्रदेश गेहूं उत्पादन में देश में प्रथम स्थान रखता है अब हमें जरुरत है गेहूं के प्रसंस्कृत उद्योगों में क्रांति लाते हुए रोलर फ्लोर मिलों का पुनरुत्थान करते हुए उच्च क्वालिटी के गुणवत्ता युक्त आटा मैदा सूजी तैयार करना है जिससे अपना प्रदेश गेहूं उत्पादन के साथ साथ गेहूं आधारित प्रसंस्कृत उद्योगों में भी पूरे भारतवर्ष में नंबर एक बन सके।
विशिष्ट अतिथि प्रमुख सचिव मनोज सिंह ने भी औद्योगिक माहौल सुधारने की बात की, ताकि अन्य राज्यों के उद्यमी भी उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए प्रेरित हों। संगठन के अध्यक्ष धर्मेंद्र जैन और उपाध्यक्ष दीपक बजाज ने भी प्रदेश के उद्योगों की वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की।खन्ना ने विश्वास जताया कि उत्तर प्रदेश जल्द ही एक ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी वाला पहला राज्य बनेगा।