
हैदर अली, संचार टाइम्स ब्यूरो रोहतास

रोहतास जिले से बड़ी राजनीतिक खबर सामने आई है, जहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के चीफ नेशनल कोऑर्डिनेटर और पार्टी सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने शुक्रवार को अपनी “बहुजन हिताय जागरूकता यात्रा” के तीसरे दिन दो विधानसभा क्षेत्रों दिनारा और करहगर में विशाल जनसभाओं को संबोधित किया।

कार्यक्रम की अगुवाई दिनारा से महावीर साह और करहगर से उदय प्रताप सिंह ने की। सभा में राज्यसभा सांसद रामजी गौतम और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों की मौजूदगी रही।
बहुजन समाज के लिए समर्पित आंदोलन
सभा को संबोधित करते हुए आकाश आनंद ने कहा कि यह यात्रा केवल एक चुनावी अभियान नहीं, बल्कि दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग और वंचित समाज को जागरूक करने का एक सामाजिक आंदोलन है। उन्होंने कहा कि, “बसपा का उद्देश्य सत्ता नहीं, बल्कि समाज के दबे-कुचले लोगों को उनके अधिकार दिलाना है। जो काम हमारे महापुरुषों ने शुरू किया था, उसे आज मायावती जी के नेतृत्व में आगे बढ़ाया जा रहा है।”
चुनाव में सावधानी की अपील, विरोधी दलों पर तीखा हमला
आकाश आनंद ने जनता से बिहार विधानसभा चुनाव में जागरूकता और सावधानी बरतने की अपील की। उन्होंने भाजपा, कांग्रेस और महागठबंधन पर हमला करते हुए कहा, “ये पार्टियां जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त हैं और इनके शासन में हमेशा दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का शोषण हुआ है। अब समय आ गया है कि जनता इनसे मुक्ति पाए।”
बसपा सरकार देने का वादा: न्याय और सुरक्षा की गारंटी
उन्होंने कहा कि यदि बिहार में बसपा की सरकार बनती है, तो हर वर्ग को न्याय और सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने जनता से “हाथी” चुनाव चिन्ह पर वोट डालकर बसपा को समर्थन देने की अपील की।
रामजी गौतम का दावा: यूपी जैसी योजनाएं बिहार में भी लागू होंगी
बसपा के राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने सभा में कहा कि “बिहार की सबसे बड़ी समस्याएं — बेरोजगारी, पलायन और सामाजिक असमानता — का समाधान सिर्फ बसपा के पास है। यूपी की तर्ज पर हम बिहार में भी सरकारी ज़मीन दलितों और वंचितों को देने का वादा करते हैं।”
भाजपा और महागठबंधन ने सिर्फ ठगा है बिहार को : अनिल कुमार
कार्यक्रम में बसपा के केंद्रीय प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने भी मंच से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, “बीते 40 सालों में भाजपा और महागठबंधन की सरकारों ने केवल जनता को ठगा है। न रोजगार मिला, न पलायन रुका। नीतीश कुमार की तीन डिसमिल जमीन योजना आज भी अधूरी पड़ी है।”
