
हैदर अली
सासाराम (संचारटाइम्स.न्यूज)

सासाराम के एक निजी होटल में बाल अपराधों से संबंधित विषयों पर काम करने वाली संस्था ‘पैरवी’ द्वारा एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में न्यायिक व्यवस्था, प्रशासनिक विभाग और जेल से संबंधित कई अधिकारी और विशेषज्ञ मौजूद थे। मुख्य चर्चा का विषय उन बच्चों के बारे में था, जो कानून का उल्लंघन करने के बाद जेल में बंद हैं और उन्हें न्यायिक सहायता उपलब्ध कराए जाने के तरीकों पर केंद्रित था।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने बताया कि बाल न्याय प्रणाली में बच्चों को विभिन्न प्रावधानों के अनुसार न्याय मिलना चाहिए, लेकिन वर्तमान स्थिति में नाबालिक बच्चों को उतनी सहायता नहीं मिल पाती और उन्हें कानूनी जानकारी का भी अभाव रहता है। इस पर संस्था ‘पैरवी’ जुवेनाइल जस्टिस के लिए काम कर रही है, जो छोटे अपराधों में सुधार गृहों में बंद नाबालिक बच्चों को जमानत पर बाहर निकालने का प्रयास करती है।
संस्था के पास एक्सपर्ट अधिवक्ताओं की एक पैनल भी है, जो इन बच्चों के कानूनी मामलों को हल करने में मदद करती है और साथ ही इसके लिए तमाम खर्च भी उठाती है। इस पूरी प्रक्रिया को संस्था नि:शुल्क करती है, ताकि गरीब और जरूरतमंद बच्चों को न्याय मिल सके।
कार्यक्रम में संस्था के पदाधिकारी संतोष उपाध्याय, न्यायिक विशेषज्ञ ददन जी पांडे, जेल अधीक्षक सुजीत कुमार राय, आरपीएफ निरीक्षक संजीव कुमार, अधिवक्ता भारत भूषण दुबे और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
