विनेश फोगाट संयुक्त रजत पदक के लिए खेल पंचाट न्यायालय (सीएएस) में दायर अपनी अपील के फैसले का इंतजार कर रही हैं, वहीं उन्हें दुनिया भर से समर्थन मिल रहा है। जानकारी के मुताबिक पूरे मामले को लेकर आज शाम 6 बजे तक पेरिस समयानुसार निर्णय आ जाएगा। खबर के मुताबिक सुनवाई पूरी हो गई है। यह 2 राउंड में पूरी हुई। बाताया जा रहा है कि सबसे पहले विनेश के फ्रांसीसी वकीलों ने बहस शुरू की। फिर यूडब्ल्यूडब्ल्यू और फिर आईओसी और अंत में हरीश साल्वे द्वारा प्रतिनिधित्व किए गए आईओए ने बात की। हरीश साल्वे ने एक घंटे और 10 मिनट तक अपनी बात रखी और अपनी कहानी का पक्ष रखा।
अलग-अलग क्रम में बहस का एक और दौर चला। विनेश ने स्वर्ण विजेता सारा एन हिल्डेब्रांट के खिलाफ फाइनल की सुबह 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य ठहराकर बाहर किए जाने के खिलाफ अपील की थी। आईओए ने एक बयान में कहा, ‘‘भारतीय ओलंपिक संघ को उम्मीद है कि पहलवान विनेश फोगाट द्वारा खेल पंचाट (कैस) के तदर्थ प्रभाग के समक्ष उनके वजन में विफलता के खिलाफ दायर आवेदन का सकारात्मक समाधान होगा।’’
विनेश की जगह फाइनल में क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमान लोपेज उतरीं, जो सेमीफाइनल में उनसे हार गई थीं। भारतीय पहलवान ने अपनी अपील में लोपेज के साथ संयुक्त रजत पदक दिये जाने की मांग की है क्योंकि मंगलवार को अपने मुकाबलों के दौरान उनका वजन निर्धारित सीमा के अंदर था। विनेश का पक्ष जाने माने सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे और विदुष्पत सिंघानिया ने रखा। विनेश की जगह फाइनल में क्यूबा की पहलवान युस्नेलिस गुजमान लोपेज उतरीं, जो सेमीफाइनल में उनसे हार गई थीं। भारतीय पहलवान ने अपनी अपील में लोपेज के साथ संयुक्त रजत पदक दिये जाने की मांग की है क्योंकि मंगलवार को अपने मुकाबलों के दौरान उनका वजन निर्धारित सीमा के अंदर था।