भारतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधायक दल के नेता के चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी। छत्तीसगढ़ में 10 दिसम्बर और मध्यप्रदेश में 11 दिसम्बर को विधायक दल की बैठक बुलायी गयी है। चर्चाओं के बीच महंत बालक नाथ आज भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले।
राजस्थान में विधायक दल के नेता के चयन के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यसभा सदस्य सरोज पांडे और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। मध्य प्रदेश में विधायक दल के नेता के चयन के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, पार्टी संसदीय बोर्ड के सदस्य के. लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लकड़ा को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है, जबकि छत्तीसगढ़ में विधायक दल के नेता के चयन के लिए केंद्रीय मंत्री अजरुन मुंडा और सर्वानंद सोनावाल तथा पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है। पिछले दिनों संपन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में जीत दर्ज की थी। पार्टी ने इन चुनावों में मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा नहीं की थी।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक 10 दिसम्बर को रायपुर जाकर नवनिवार्चित विधायक दल की बैठक बुलायेंगे और विधायक दल के नेता का चयन करेंगे। मध्यप्रदेश के पर्यवेक्षक सोमवार को भोपाल में नये विधायक दल के नेता का चयन करेंगे। राजस्थान विधायक दल की बैठक में 10 दिसम्बर को हो सकती है।
भाजपा अध्यक्ष रहते हुए राजनाथंिसंह वसुंधरा राजे को राजस्थान विधानसभा के विपक्ष के नेता पद नहीं हटा पाये थे। वसुंधरा ने संसदीय बोर्ड का आदेश भी नहीं माना था। इसलिए इस बार वसुंधरा पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
बालक नाथ मिले नड्डा से : तिजारा से विधायक निर्वाचित हुए महंत बालक नाथ ने आज दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। नड्डा ने उनसे राजस्थान के बारे में फीडबैक लिया। कल उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। बालक नाथ लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। बालक नाथ का नाम मुख्यमंत्री की रेस में सबसे आगे बना हुआ है।