राजौरी। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में बृहस्पतिवार को अफगानिस्तान में प्रशिक्षित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के शीर्ष कमांडर समेत दो आतंकवादी मारे गये, इसमें सुरक्षा बल के एक जवान को भी जान गंवानी पड़ी।
सेना के जवान की आज हुई मृत्यु के बाद धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में हुई इस मुठभेड़ में जान गंवाने वाले सुरक्षा बल के जवानों की संख्या बढ़ कर पांच हो गयी है, जिसमें दो कैप्टन भी शामिल हैं ।
अधिकारी ने बताया कि रात भर के विराम के बाद आज सुबह गोलीबारी फिर से शुरू हो गई, जिसमें दोनों आतंकवादी मारे गये । उन्होंने बताया कि आतंकवाद निरोधक अभियान में एक सैनिक को भी जान गंवानी पड़ी । अधिकारियों ने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षा बलों की मदद से इलाके की घेराबंदी कर दी गयी और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकी घने जंगली इलाके की ओर न भाग सकें।
इससे पहले दिन में, एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि लश्कर का एक कमांडर तथा पाकिस्तानी आतंकवादी मुठभेड़ में मारा गया है और उसकी पहचान क्वारी के तौर पर की गयी है। वह पाकिस्तान का नागरिक है और कुख्यात आतंकवादी है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘उसे पाकिस्तान और अफगान मोच्रे पर प्रशिक्षित किया गया था। वह लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष आतंकियों में शुमार था ।’ पुलिस ने बताया कि लश्कर का शीर्ष कमांडर क्वारी पिछले एक साल से अपने समूह के साथ राजौरी-पुंछ क्षेत्र में सक्रिय था। उन्होंने यह भी बताया कि मारा गया आतंकी डांगरी और कंडी हमलों का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है।
प्रवक्ता ने कहा कि क्वारी को क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए भेजा गया था और वह परिष्कृत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) बनाने में माहिर था। अधिकारियों ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गये दूसरे आतंकी की पहचान की जा रही है ।