लिवर हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण ऑर्गन्स होता है। हांलाकि अगर लिवर में गड़बड़ी शुरू हो जाती है, तो शरीर के अन्य फंक्शन्स में भी समस्या आने लगती है। लेकिन अगर लिवर संबंधी कोई बीमारी होती है, तो हमारा शरीर इसके बारे में पहले से संकेत देने लगता है। बता दें कि लिवर शरीर के ऐसे हिस्से में मौजूद होता है, जहां पर जरा सा दर्द, जलन, आंतों और दाहिने तरफ के हिस्से पर असर डालने लगती है।
शरीर में बाइल जूस को बनाना लिवर का सबसे अहम फंक्शन होता है। जिससे न्यूट्रिएंट्स जैसे फैट्स और विटामिन अच्छे तरीके से डाइजेस्ट हो सके। लेकिन जब यह काम किसी कारण से अटकता है, तो फैटी लिवर डिजीज की समस्या हो जाती है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं। क्योंकि अगर लिवर डिजीज पर ध्यान न दिया जाए तो आगे चलकर आपको गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
शरीर में बाइल जूस को बनाना लिवर का सबसे अहम फंक्शन होता है। जिससे न्यूट्रिएंट्स जैसे फैट्स और विटामिन अच्छे तरीके से डाइजेस्ट हो सके। लेकिन जब यह काम किसी कारण से अटकता है, तो फैटी लिवर डिजीज की समस्या हो जाती है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस बारे में विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं। क्योंकि अगर लिवर डिजीज पर ध्यान न दिया जाए तो आगे चलकर आपको गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
यह एक नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिजीज है। जैसा इसका नाम है, यह वैसा ही है। लिवर के आसपास बहुत सारे फैट्स जम जाते हैं। जिसकी वजह से बाइल जूस नहीं बन पाता है। ऐसे में लिवर को एक्स्ट्रा काम करना पड़ता है। बता दें कि इस स्वास्थ्य समस्या से ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं।
फैटी लिवर का कारण
फैटी लिवर होने की सबसे अहम वजह अल्कोहल का सेवन करना है। जो लोग अल्कोहल का अधिक सेवन करते हैं, उनको लिवर संबंधी समस्या अधिक होती है। वहीं कई बार यह तंबाकू व अनडाइल्यूटेड स्पिरिट्स या दवाओं की वजह से भी हो सकता है।
इसके अलावा उन लोगों को भी यह बीमारी हो सकती है। जो लोग अल्कोहल का सेवन नहीं करते हैं, तो ऐसे केस तो नॉन अल्कोहल फैडी लिवर डिसीज कहा जाता है। यह टाइप 2 डायबिटीज, ओवरवेट, इन्फेक्शन, जेनेटिक्स, एक्स्ट्रा फैट आदि बहुत सी चीजों की वजह से हो सकता है। तो वहीं कई बार ट्राइग्लिसराइड्स जैसी समस्या की वजह से लिवर का फैट बढ़ जाता है।
अगर ऐसा अल्कोहल की वजह से नहीं हुआ है, तो लिवर को मूलभूत नुकसान ना हुआ हो ऐसा नहीं हो सकता है। लिवर की सूजन और अन्य तरह का डैमेज तब शुरू होता है, जब फैटी लिवर को कम करने के लिए कोई उपाय नहीं किया जाता है। इसे Non-alcoholic Steatohepatitis (NASH) कहा जाता है।
फैटी लिवर को ऐसे करें डील
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, फैटी लिवर की समस्या से निजात पाने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करना जरूरी है। इसके लिए आपको अपना खानपान हेल्दी रखना होगा। साथ ही वेट का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही एल्कोहल से तौबा करना अच्छा होगा।
ऐसे मामले में आपको अपना वेट में कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है। फैटी लिवर की समस्या से निजात पाने के लिए आपको 7% शरीर का वजन करना होगा। वजन घटाने और फिजिकल एक्टिविटी का असर आपकी बॉडी में मौजूद एक्स्ट्रा फैट पर होगा। जिसके कारण लिवर की समस्या ठीक होने लगेगी। वहीं अगर कोई ऐसी बीमारी है, जिसकी वजह से वजन कम करने में मुश्किल हो रही है। तो आप किसी डाइटीशियन से सलाह लेकर सही फिटनेस रिजीम को फॉलो कर सकते हैं।
इन फूड्स का करें सेवन
फैटी लिवर की समस्या से निजात पाने के लिए आपको अपनी डाइट में सब्जियों और फ्रूट्स को शामिल करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें। वहीं हाई फाइबर फूड्स जैसे दाल, नट्स और ओटमील बेहद जरूरी होते हैं। इसके अलावा आप एवोकाडो, ऑलिव ऑयल, राई, नट बटर और मछली आदि को भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
इन चीजों से बनाएं दूरी
बीफ और पोर्क जैसे हैवी मीट
रिफाइंड आटे से बने फूड
मक्खन जैसे फैटी फूड्स
हाई शुगर
अल्कोहल
हाई सॉल्ट
फ्राई फूड