नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि ऐसे दिव्यांगों से प्रेरणा लेनी चाहिए,जिन्होंने अपनी दिव्यांगता को ताकत में बदला है। दिव्यांग होने के बावजूद विभिन्न क्षेत्रों में सक्षम लोगों को पीछे छोड़ते हुए विशेष उपलब्धि हासिल की और आगे भी देश के लिए कुछ काम करने की ललक है। मुख्यमंत्री सिविल लाइंस स्थित शाह ऑडिटोरियम में आयोजित दिव्यांग स्टेट अवार्ड कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इस मौके पर उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाले 11 दिव्यांगों एवं 4 ओलंपिक खिलाड़ियों को स्टेट अवार्ड से सम्मानित किया। इसके साथ ही दिव्यांगों के लिए अच्छा काम करने वाले वाले डॉ. अंबेडकर एवं गुरु तेग बहादुर अस्पताल को भी सम्मानित किया। इस दौरान समाज कल्याण विभाग की एक पत्रिका का लोकार्पण करते हुए केजरीवाल ने पेंशनरों की सुविधा के लिए ‘धरोहर’ मोबाइल ऐप लांच किया। कार्यक्रम में समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने पुरस्कार पाने वालों को बधाई देते हुए कहा कि मेरे लिए यह एक भावनात्मक क्षण था। मुझे लगता है कि यहां सम्मानित एक-एक दिव्यांगजन की कहानी प्रेरणादायी है। सभी ने अपनी दिव्यांगता को ताकत में बदला है। इन्होंने यह साबित किया कि जो जैसा है, उसे वैसे ही स्वीकार करना चाहिए। भगवान ने पृथ्वी पर जितने जीव बनाए हैं, हर एक को किसी न किसी कारण से भेजा है। मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग से कहा कि इन सभी की कहानियों को अखबारों में विज्ञापन के तौर पर प्रकाशित किया जाए, तो पूरे समाज को प्रेरणा मिलेगी। यह जिंदगी तास के पत्तों की तरह है। जो पत्ते आए हैं, उन्हीं के साथ आपको खेलना है। दिल्ली सरकार उनके साथ है। सरकार के पास बुजुगरे, पेंशन धारकों एवं दिव्यांगों के लिए बहुत सारी योजनाएं हैं। जरूरत पड़ेगी तो हम और योजनाएं बनाएंगे। सरकार के पास पैसे की कोई कमी नहीं है।
इस मौके पर समाज कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद ने कहा कि इस दौर में दो व्यवस्थाएं काम कर रही हैं। एक सरकारी और दूसरा प्राइवेट सिस्टम । एक गहरी साजिश के तहत सरकारी सिस्टम को कमजोर और प्राइवेट सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है। जिससे अमीर-गरीब के बीच का फर्क बना रहे। शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली, परिवहन और बुजुगरे की तीर्थ यात्रा पर इतने पैसे खर्च हो जाएं कि उनके पास कुछ भी न बचे। ऐसे अंधकार भरे माहौल में दिल्ली पूरे देश में एक रोशनी की तरह है।
उन्होंने पेंशनधारकों से धरोहर मोबाइल ऐप से जुड़ने की अपील की। उन्होेंने लोगों को धरोहर ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी की। पुरस्कार पाने वालों में मल्लिकार्जुन लायथा, कार्तिकेय गोयल, मुन्ना खालिद, चेतन उपाध्याय, अनुज सक्सेना, मोनिका धनकड़, क्षितिज, याशिका भट्ट, सागर परासरी, ललीत कुमार, पूजा गुप्ता के साथ ही खिलाड़ियों में झुनकी पहाड़नि, प्रीति, ममता एवं मोहली शामिल थे।