crossorigin="anonymous"> टूटा रिकार्ड, ट्रेड फेयर मेले में पहुंचे डेढ़ लाख से अधिक दर्शक - Sanchar Times

टूटा रिकार्ड, ट्रेड फेयर मेले में पहुंचे डेढ़ लाख से अधिक दर्शक

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छुट्टी के दिन रविवार को ट्रेड फेयर में इतने अधिक दर्शक पहुंच गए कि पिछले एक दशक का रिकार्ड टूट गया। आज मेले में अपराह्न तक डेढ़ लाख से अधिक दर्शक प्रगति मैदान में पहुंच चुके थे। इनमें आज युवा से लेकर बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं तक शामिल थी। भीड़ का आलम यह था कि मोबाइल नेटवर्क तक ठीक से काम नहीं कर रहा था। वहीं दूसरी ओर शाम को घर लौटने वालों से सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन के बाहर लंबी लाइन लगी हुई थी, जबकि भैरो मंदिर की ओर गेट नम्बर पांच के सामने गाड़ियों की भीड़ पुराने दिनों की याद दिला रहा था।
हर किसी को पता था कि रविवार को ज्यादा भीड़ होगी इसलिए लोग सुबह से ही प्रवेश गेटों पर पहुंच गए थे और लंबी कतार लगी हुई थी। ऐसा इसलिए भी कि अब से पहले एक लाख से अधिक लोगों को ट्रेड फेयर में इंट्री नहीं मिलती थी इसलिए इस बार भी लोगों को यही लग रहा था, कि कहीं एक लाख लोग पहुंच गए तो उन्हें वापस लौटना पड़ेगा, लेकिन मेला आयोजक इटपो ने पहले ही कह दिया था कि इस बार ज्यादा एरिया में मेले का आयोजन हो रहा है तो हम लोगों की कोशिश होगी कि हर किसी को मेला देखने का मौका मिले। इसलिए एक लाख की ऊपरी सीमा को हटा दिया है। इसका फायदा आज दिल्ली के लोगों को हुआ और देर शाम तक लोगों का मेले में जाने का सिलसिला जारी रहा।
स्टेट फूड कोर्ट में ज्यादा चहल पहल रही : चाइनीज खाने पीने की चीजों की तुलना में आज स्टेट फूड कोर्ट में ज्यादा भीड़-भाड़ रही। चाइनीज फूड खाने के शौकीन युवाओं को आज पिज्जा बर्गर छोड़ कर लिट्टी चोखा, पाव भाजी, मक्के की रोटी व सरसों की साग खाते देखा गया। महिलाएं हेल्थ के प्रति ज्यादा जागरूक होने की वजह से बगैर तेल,मसाले की चीजों की तलाश में लिट्टी चोखा और मक्के की रोटी व साग खाना पसंद कर रही थी। मिस्टर लिट्टी वाले के देवेन्द्र सिंह ने बताया कि हेल्थ के प्रति महिलाएं ही नहीं बच्चे भी जागरूक हो गए हैं इसलिए लिट्टी चोखा ज्यादा पसंद कर रहे है। पिज्जा बर्गर, मोमोज, जाऊमीन आदि मैदा का बना होने और अन्य चीजों में तेल-घी ज्यादा हैं जबकि लिट्टी चोखा में न तो तेल है और न ही मैदा का इस्तेमाल किया गया है। इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।


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