पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को तिहा़ड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिलने की इजाजत दे दी है। इससे पहले तिहाड़ जेल को पंजाब के मुख्यमंत्री कार्यालय ने चिट्ठी लिख मिलने की अनुमति मांगी थी। इस पर जेल प्रशासन ने उन्हें मुलाकात जंगला के तहत सामान्य मुलाकात की अनुमति दे दी है। बता दें कि केजरीवाल कथित शराब घोटाले में तिहाड़ जेल में हिरासत में रखे गए हैं।
जेल प्रशासन ने पंजाब सीएम को मुलाकात की अनुमति देते हुए कहा कि वह एक सामान्य मुलाकाती की तरह केजरीवाल से मिल सकते हैं। इसमें उन्हें जिस नियम के तहत मिलने की अनुमित दी गई है इसे ‘मुलाकात जंगला’ बताया गया है। इसमें एक लोहे की जाली है जो जेल के अंदर एक कमरे में कैदी को आगंतुक से अलग करती है। एक आगंतुक और एक कैदी जाली के अलग-अलग किनारों पर बैठकर एक दूसरे से बात कर सकते हैं।
पंजाब सीएमओ ने तिहाड़ जेल प्रशासन को पत्र लिख केजरीवाल से मिलने का समय मांगा था, साथ ही जेल परिसर में उनकी मुलाकात के लिए आवश्यक व्यवस्था करने को कहा था। इस पर तिहाड़ महानिदेशक संजय बैनीवाल ने कहा है कि जल्द ही पंजाब सीएमओ को इसका जवाब भेज दिया जाएगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री को एक अप्रैल को न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजा गया था। तब उन्हें जेल में मिलने वालों के पांच नाम दिए हैं, जिनमें उनकी पत्नी, दो बच्चे, उनके निजी सचिव बिभव कुमार और आप के राज्यसभा सांसद संदीप पाठक शामिल हैं।
जेल अधिकारी ने बताया कि केजरीवाल को आगंतुकों की सूची में भगवंत मान का एक और नाम जोड़ना होगा। जेल मैनुअल के मुताबिक एक कैदी 10 मुलाकातियों के नाम बता सकता है, उनमें से तीन एक साथ तीन लोग सप्ताह में दो बार मिल सकते हैं।
जेल सूत्रों का कहना है कि केजरीवाल को हफ्ते में दो बार वीडियो कॉल और रोजाना पांच मिनट तक फोन से बात करने की इजाजत दी गई है। जेल प्रशासन कॉल रिकॉर्ड करेगा। जेल अधिकारियों का कहना है कि सीएम होने के बावजूद उन्हें सभी नियमों का पालन करना होगा। उन्हें कोई भी विशेष सुविधा अलग से नहीं दी जाएगी। केजरीवाल का रक्तचाप नियंत्रण में है जबकि शुगर में उतार-चढ़ाव है।