नई दिल्ली। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने पिछले महीने गायक-अभिनेता दिलजीत दोसांझ के कंसर्ट के बाद दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू (जेएलएन) स्टेडियम में फैली गंदगी का संज्ञान लेते हुए स्टेडियम के रनिंग ट्रैक पर से कचरा हटाने का तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया है। साथ ही कचरा हटाने का काम दो हफ्ते में पूरा कर लेने को कहा है।
एनजीटी के अध्यक्ष न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव व विशेषज्ञ सदस्य ए. सेंथिल वेल की पीठ ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसर आयोजन स्थल पर कूड़ादान न होने की वजह से कंसर्ट में बड़ी संख्या में शामिल लोगों ने पिज्जा बॉक्स, पानी की बोतलें और बीयर के खाली कैन जैसा कचरा रनिंग ट्रैक पर फेंक दिया। आयोजन को काफी समय बीत चुका है। इसलिए हम दिल्ली प्रदूषण नियंतण्रसमिति (डीपीसीसी) के सदस्य सचिव को स्टेडियम की आयोजन के पहले की स्थिति को बहाल करने और वहां फेंके गए कचरे व मलबे को हटाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश देते हैं।
पीठ ने मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा कि यह मामला ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियमों और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के उल्लंघन की ओर इशारा करता है। कंसर्ट के बाद स्टेडियम के मैदान में टूटी हुई कांच की बोतलें, बीयर के कैन, प्लास्टिक के रैपर व अन्य कचरा फैला हुआ था। गंदगी का आलम यह था कि खिलाड़ियों ने स्टेडियम को साफ करने की कोशिश की, लेकिन काफी कचरा फैला होने के कारण उनके प्रयास व्यर्थ साबित हुए। कंसर्ट के बाद स्टेडियम का रनिंग ट्रक लगभग 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। उससे एथलीटों के प्रशिक्षण में बाधा हुई और उन्हें मुख्य स्टेडियम के बाहर कम गुणवत्ता वाले ट्रैक पर अभ्यास करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पीठ ने यह निर्देश देते हुए स्वत: संज्ञान लिए मामले को निपटा दिया। जेएलएन स्टेडियम में दिलजीत का ‘दिल-लुमिनाती’ कंसर्ट 26-27 अक्टूबर को आयोजित किया गया था। इस आयोजन में 70 हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे।