रूस की राजधानी मॉस्को में हुआ आतंकी हमले को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। रूस की पुलिस ने कुछ संदिग्धों को पकड़ने का दावा किया है। दो आतंकियों के पास से तजाकिस्तानी पासपोर्ट भी मिला है। कार की तलाशी के दौरान संदिग्धों को पकड़ा गया है। रूस की जांच समिति ने शनिवार को कहा कि शुक्रवार को मॉस्को कॉन्सर्ट हॉल हमले में मरने वालों की संख्या 115 हो गई है। मॉस्को में जिस तरह से दिल दहला देने वाली घटना हुई। आतंकियों ने लोगों को चुनचुन कर मारा। इसके बाद से ही विश्वभर से आवाज उठ रही थी। इस घटना की निंदा की जा रही है। रूस लगातार कह रहा है कि जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया है उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस्लामिक स्टेट समूह ने सोशल मीडिया पर संबद्ध चैनलों पर पोस्ट किए गए एक बयान में हमले की जिम्मेदारी ली।
कभी इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर नियंत्रण चाहने वाले आतंकी समूह की अमाक एजेंसी ने टेलीग्राम पर कहा कि इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने रूस की राजधानी मॉस्को के बाहरी इलाके क्रास्नोगोर्स्क शहर में ईसाइयों की एक बड़ी सभा पर हमला किया, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और घायल हो गए और उनके सुरक्षित ठिकानों पर लौटने से पहले उस जगह पर भारी विनाश हुआ। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी सांसद अलेक्जेंडर खिनशेटिन ने कहा कि हमलावर रेनॉल्ट वाहन में भाग गए थे, जिसे पुलिस ने शुक्रवार रात मॉस्को से लगभग 340 किमी (210 मील) दक्षिण-पश्चिम में ब्रांस्क क्षेत्र में देखा था और रुकने के निर्देशों की अवहेलना की थी।
उन्होंने कहा कि कार का पीछा करने के बाद दो को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि अन्य दो जंगल में भाग गए। क्रेमलिन खाते से, ऐसा प्रतीत होता है कि उन्हें भी बाद में हिरासत में लिया गया था। खिनशेटिन ने कहा कि कार में एक पिस्तौल, एक असॉल्ट राइफल की मैगजीन और ताजिकिस्तान के पासपोर्ट पाए गए। वीडियो में दिखाया गया है कि लोग चिल्ला रहे नागरिकों को स्वचालित हथियारों से गोली मार रहे हैं। तब शव गतिहीन दिखे।