
रोहतास
हैदर अली, रोहतास ब्यूरो संचार टाइम्स

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मोतिहारी सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेज प्रताप यादव पर गंभीर आरोप लगाए हैं। तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाले जाने के निर्णय को जायसवाल ने “सिर्फ एक दिखावा” बताया है और कहा कि इसका उद्देश्य अदालत को भ्रमित करना है।
जायसवाल ने कहा, “लालू यादव एक आदतन साजिशकर्ता हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में बार-बार जनभावनाओं और कानून दोनों को गुमराह किया है। जब वे पटना यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष थे, तब खुद को बिना किसी चोट के घायल दिखाते हुए अपनी शव यात्रा तक निकाल ली थी।”
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री बनने पर लालू यादव ने चारा घोटाला किया, और रेल मंत्री रहते हुए गरीबों की जमीन लेकर बदले में नौकरी देने जैसे भ्रष्टाचार किए।
तेज प्रताप यादव के पारिवारिक विवाद पर बोलते हुए जायसवाल ने कहा, “लालू यादव को तेज प्रताप की स्थिति की जानकारी पहले से थी, इसके बावजूद उन्होंने राजनीतिक फायदे के लिए बेटे की शादी बिहार के प्रतिष्ठित यादव परिवार में करवाई। अब जब मामला कोर्ट में साफ होता जा रहा है और तेज प्रताप पर धोखाधड़ी का केस दर्ज होने की नौबत आ गई है, तो लालू ने उन्हें पार्टी से निष्कासित करने का दिखावटी कदम उठाया है।”
जायसवाल के इस बयान से बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। तेज प्रताप यादव और राजद की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन भाजपा नेता की यह टिप्पणी राजद के भीतर और लालू परिवार के चारों ओर छाए संकट को और गहराने वाली मानी जा रही है।
