crossorigin="anonymous"> ट्रेनों में दो तिहाई कोच non-AC होते हैं, एक तिहाई AC कोच होते हैं, हमने इस अनुपात को बनाए रखा है : रेल मंत्री - Sanchar Times

ट्रेनों में दो तिहाई कोच non-AC होते हैं, एक तिहाई AC कोच होते हैं, हमने इस अनुपात को बनाए रखा है : रेल मंत्री

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कहा, 12,000 जनरल कोच विशेष तौर पर बनाए जा रहे हैं. 900 अतिरिक्त जनरल कोच लगाए जा चुके हैं

ST.News Desk : भारत में रेलवे सेवा को लेकर हाल ही में रेल मंत्री ने एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने ट्रेनों के कोचों के अनुपात और जनरल कोच की बढ़ती मांग के बारे में जानकारी दी। रेल मंत्री ने बताया कि भारतीय रेलवे ने हमेशा दो तिहाई कोच non-AC (जनरल) और एक तिहाई कोच AC (एसी) कोच के अनुपात को बनाए रखा है, जो यात्रियों की सुविधा के हिसाब से संतुलित और उपयुक्त है।

मंत्री ने यह भी बताया कि हाल के दिनों में जनरल कोच की मांग में काफी वृद्धि हुई है, और इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए रेलवे विशेष कदम उठा रहा है। इसके तहत रेलवे 12,000 नए जनरल कोच बनाने की योजना पर काम कर रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि अब तक 900 अतिरिक्त जनरल कोच रेलवे नेटवर्क में जोड़ दिए गए हैं, ताकि यात्रियों को अधिकतम सुविधा प्रदान की जा सके और ट्रेनों में भीड़-भाड़ को कम किया जा सके।

रेल मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि रेलवे के पास सभी प्रकार के यात्रियों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए संसाधन उपलब्ध हैं, और यह सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं कि यात्रियों को सुरक्षित, आरामदायक और समय पर यात्रा का अनुभव मिले। जनरल कोच की बढ़ती मांग को देखते हुए रेलवे ने अतिरिक्त कोचों की व्यवस्था की है, जिससे आम यात्रियों को सफर में राहत मिलेगी।

इस कदम से रेलवे को उम्मीद है कि यह उन यात्रियों के लिए बड़ी राहत साबित होगा जो अपनी यात्रा के लिए जनरल कोच का उपयोग करते हैं और जो टिकट की क़ीमतों को लेकर संवेदनशील होते हैं। जनरल कोच के लिए रेलवे द्वारा उठाए गए इस कदम को यात्रियों ने सकारात्मक रूप से देखा है, क्योंकि इससे उनकी यात्रा में और अधिक सुविधाएं और विकल्प उपलब्ध होंगे।

रेल मंत्री ने अंत में यह भी कहा कि रेलवे की प्राथमिकता हमेशा यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा रही है, और आने वाले समय में इस दिशा में और सुधार करने के लिए रेलवे लगातार काम करेगा।


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