
ST.News Desk :

PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग (Niti Aayog) की 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक शनिवार को आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य विषय था—‘विकसित भारत @2047 के लिए विकसित राज्य’। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के समग्र विकास के लिए आवश्यक है कि केंद्र और राज्य मिलकर ‘टीम इंडिया’ की भावना से कार्य करें।
बैठक में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि जब तक हर राज्य विकसित नहीं होता, तब तक भारत का विकास अधूरा है। उन्होंने इसे 140 करोड़ भारतीयों की आकांक्षा करार देते हुए राज्य सरकारों से वैश्विक मानकों पर आधारित पर्यटन स्थलों को विकसित करने का आह्वान किया—‘एक राज्य: एक वैश्विक गंतव्य’ की अवधारणा को बढ़ावा देने का सुझाव भी दिया।
मोदी ने शहरीकरण की गति का उल्लेख करते हुए कहा कि देश को भविष्य के लिए तैयार शहरों की जरूरत है। उन्होंने जोर दिया कि विकास, नवाचार और स्थिरता हमारे शहरों के विकास के मूल तत्व होने चाहिए।
यह बैठक ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों के साथ पहली बड़ी बातचीत है। बैठक में प्रस्तुत दृष्टिकोण के अनुसार, ‘विकसित भारत के लिए विकसित राज्य’ की परिकल्पना ऐसे दीर्घकालिक, साहसिक और समावेशी दृष्टि दस्तावेज़ों की मांग करती है, जो राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के साथ-साथ स्थानीय आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखें।
बयान में कहा गया कि इन विजन दस्तावेजों में समयबद्ध लक्ष्य शामिल होने चाहिए। यह बैठक पिछले साल 27 जुलाई को हुई पूर्ण परिषद की बैठक के बाद अबकी बार एक नए और महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ आयोजित की गई।
यह बैठक नीति आयोग के केंद्र–राज्य समन्वय के मंच के रूप में एक बार फिर प्रासंगिकता और प्रभाव को उजागर करती है, जिसमें 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में ठोस रणनीति पर बल दिया गया।
