
हैदर अली, संचार टाइम्स ब्यूरो रोहतास

पलामू के सांसद कामेश्वर बैठा ने कहा कि इस बार की लड़ाई सिर्फ चुनावी नहीं, बल्कि विचारधारा की लड़ाई है। समाज को जाति और धर्म के नाम पर बांटने वाली ताकतें एक तरफ हैं, और दूसरी तरफ सामाजिक न्याय, समानता और भाईचारे की विचारधारा को मानने वाले लोग हैं। वे शुक्रवार को सासाराम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे।

सांसद ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल समाज में सांप्रदायिक विवाद खड़ा कर लोगों को आपस में लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं। मगर जनता अब समझ चुकी है कि असली मुद्दा धर्म या जाति नहीं, बल्कि बेरोजगारी, महंगाई और संविधान की रक्षा का है।
उन्होंने कहा कि जब से बीजेपी सत्ता में आई है, वह बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने की साजिश में लगी है। हमें उस साजिश को नाकाम करना है।
कामेश्वर बैठा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव के दौरान धर्म और मंदिर-मस्जिद की बात करेंगे ताकि जनता का ध्यान असली मुद्दों से हट जाए। लेकिन जनता अब तय कर चुकी है कि इस बार वोट सामाजिक न्याय और संविधान की रक्षा के लिए होगा।
सांसद ने कहा कि सासाराम विधानसभा क्षेत्र में सामाजिक न्याय की इस विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम राजद प्रत्याशी सत्येंद्र साह कर रहे हैं। उन्होंने अपील की हम सबको मिलकर सत्येंद्र साह को विजयी बनाना है। एनडीए की सरकार जनता को धर्म और जाति के नाम पर उलझाकर रखना चाहती है, लेकिन जनता अब जाग चुकी है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हर वोट सामाजिक न्याय, समानता, संविधान और गरीब-शोषित वर्ग की आवाज़ को मज़बूत करेगा।

