
सासाराम /हैदर अली

सासाराम/झालदा: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए आईबी ऑफिसर मनीष रंजन की शहादत के बाद पूरे सासाराम में शोक की लहर दौड़ गई थी। लेकिन बीती रात जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई की, तो मनीष रंजन के परिजनों और उनके चाहने वालों ने कुछ हद तक राहत की सांस ली है।
परिवार इस समय पश्चिम बंगाल के झालदा में है, जहां मनीष रंजन का अंतिम संस्कार और धार्मिक क्रियाकर्म संपन्न हो रहा है। कल ही उनकी तेरहवीं का संस्कार हुआ था, और उसी के अगले दिन पाकिस्तान पर सेना की कार्रवाई की खबर आई। इस संयोग को लोग “शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि” के रूप में देख रहे हैं।
स्थानीय लोगों और परिजनों ने कहा कि
“ये तो शुरुआत है, जब तक पाकिस्तान को टुकड़ों में नहीं बांटा जाएगा और पूरा POK भारत में नहीं आएगा, तब तक कलेजे को ठंडक नहीं मिलेगी।”
शहीद मनीष रंजन के चाहने वाले बड़ी संख्या में सासाराम में एकत्र हुए और भारत सरकार की कार्रवाई का समर्थन करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की मांग की।
स्थानीय नागरिकों ने सरकार से अपील की कि अब समय आ गया है कि देश के दुश्मनों को सख्त और स्थायी सबक सिखाया जाए, ताकि भविष्य में किसी भी भारतीय परिवार को अपने बेटे की शहादत का दर्द ना सहना पड़े।
मुख्य बिंदु:
सासाराम के मनीष रंजन की पहलगाम आतंकी हमले में हुई थी हत्या
परिवार झालदा में अंतिम संस्कार में व्यस्त, तेरहवीं के अगले दिन आई जवाबी कार्रवाई की खबर
स्थानीय लोग और परिजन बोले: “अब पूरी कार्रवाई होनी चाहिए, पाकिस्तान के टुकड़े होने चाहिए”
