बेलागंज सीट पर जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी की जीत ने 34 वर्षों में पहली बार राजद को इस सीट पर हराया
ST.News Desk : बिहार में हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव में अपनी जीत से उत्साहित जनता दल (यूनाइटेड) ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। इस उपचुनाव में जदयू के अलावा भाजपा ने दो सीटों पर जीत हासिल की और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने एक सीट बरकरार रखी, जिससे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का प्रदर्शन मजबूत हुआ है। ये सभी सीटें बिहार के मगध-शाहाबाद क्षेत्र से आती हैं, जहां 2020 के विधानसभा चुनावों के बाद एनडीए को अच्छा परिणाम नहीं मिला था।
बेलागंज सीट पर जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी की जीत ने 34 वर्षों में पहली बार राजद को इस सीट पर हराया। इस सीट पर पहले लगातार राजद का कब्जा था। जदयू महासचिव अशोक चौधरी ने इस जीत को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह राजद के गढ़ में जीत है और अब मगध तथा शाहाबाद क्षेत्र में जदयू की स्थिति मजबूत हो गई है। उन्होंने कहा कि एनडीए सहयोगियों के बीच वोट ट्रांसफर सुचारू रहा और यह विधानसभा चुनाव से पहले लोगों के मन में जम गया है।
राजनीतिक हलकों में यह चर्चा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में जल्दी विधानसभा चुनाव कराने का समर्थन कर रहे हैं, ताकि 2024 के चुनाव में जदयू की सफलता को भुनाया जा सके। उनकी रणनीति है कि इस बीच एनडीए की आंतरिक कलह और चिराग पासवान, प्रशांत किशोर जैसे उभरते राजनीतिक खतरे से पहले चुनाव हो जाएं।
वहीं, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि एनडीए 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा और 200 से अधिक सीटें जीतेगा। चिराग पासवान ने यह भी दावा किया कि एनडीए ने 13 नवंबर को हुए उपचुनावों में सभी चार सीटों पर जीत हासिल की, जिससे लोगों का समर्थन प्राप्त हुआ है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव ने भी आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत का भरोसा जताया और कहा कि राजद को बहुमत मिलेगा।